प्रवर्तन निदेशालय आज एक बार फिर से महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के तीन ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. मनी लांड्रिंग के आरोपों में घिरे अनिल देशमुख के नागपुर के तीन ठिकानों पर ईडी की टीम सुबह से ही सर्च रेड कर रही है. गौरतलब है कि अनिल देशमुखे ईडी के चौथे समन को भी नकार चुके हैं और सुप्रीम कोर्ट में याचिका कर राहत की उम्मीद लगाए बैठें हैं.
लगातार ईडी समन को नजरंदाज कर रहे अनिल देशमुख
अनिल देशमुख मनी लांड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में सोमवार को चौथी बार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश नहीं हुए. देशमुख ने अपने अधिवक्ता इंद्रपाल सिंह के माध्यम से ईडी को दो पन्नों का पत्र भेजा और कहा कि वह अपना प्रतिनिधि भेज रहे हैं.
गौरतलब है कि ईडी ने पहले भी देशमुख को धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए तीन बार बुलाया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए थे. ईडी ने शुक्रवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अनिल देशमुख और उनके बेटे हृषिकेश देशमुख को सोमवार को दक्षिण मुंबई में जांच एजेंसी के कार्यालय में पेश होने के लिए नया समन जारी किया, लेकिन वह पेश नहीं हुए.
सूत्रों ने पूर्व में कहा था कि ईडी ने धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत अनिल देशमुख को तलब किया था क्योंकि एजेंसी मामले में उनका बयान दर्ज करना चाहती है.
देशमुख ने सभी आरोपों से इनकार किया था
बंबई हाई कोर्ट के आदेश के बाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मामले में आरंभिक जांच शुरू की, जिसके बाद ईडी ने देशमुख और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया. अदालत ने सीबीआई से अनिल देशमुख के खिलाफ मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए रिश्वत के आरोपों की जांच करने को कहा था. अप्रैल में गृह मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले देशमुख ने सभी आरोपों से इनकार किया था.