गुजरात में तूफान और बारिश की स्थिति को ध्यान में रखते हुए आगामी 2 अक्टूबर तक मौसम विभाग द्वारा अलर्ट घोषित किया गया है। अरब सागर में उपजा शाहिन तूफान अब पाकिस्तान की तरफ मोड़ ले लिया है, जिसके कारण राज्य में चक्रवात का संकट टल गया है। लेकिन अभी सौराष्ट्र और कच्छ में तेज हवाओं के साथ भारी बरसात की चेतावनी की गई है।
मछुआरों को भी तीन दिन तक दरिया में प्रवेश नहीं करने के आदेश जारी किए गए है। तूफान के असर के कारण जामनगर, द्वारका सहित सौराष्ट्र के पट्टे में दरियाई पट्टी में अभी भी भारी बरसात हो सकती है। फिलहाल अहमदाबाद के लिए अब कोई खतरा नहीं होने की जानकारी मौसम विभाग से प्राप्त हुई है।
पिछले 24 घंटे में 101 तहसीलों में भारी बरसात
गुजरात में पिछले 24 घंटे में 101 तहसीलों में भारी बरसात हुई है, जिसमें सर्वाधिक बरसात द्वारका के खंभालिया में हुई है। राज्य में सितंबर महीने में हई बारिश के कारण बरसात की कमी पूरी हो चुकी है। जबकि दूसरी ओर एक महीने में हुई बारिश के कारण राज्य के अनेक विस्तारों में अति भारी बारिश के दृश्य देखने को मिले है।
उत्तर गुजरात में इस बार 70 प्रतिशत बारिश दर्ज
उत्तर गुजरात में इस बार 70 प्रतिशत बरसात हुई है। लेकिन कई विस्तारों में अभी भी बारिश की कमी महसूस की जा रही है जिससे जलाशयों में पानी की आवक अभी भी चाहिए उतनी नहीं बढ़ पाई है। राज्य में सीजन की कुल 31 इंच बारिश हुई है जिसमें अभी तक सर्वाधिक बरसात दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र में हुई है।