महाराष्ट्र (Maharashtra) में लाउडस्पीकर पर विवाद (Loudspeaker Controversy) थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब यह मामला राजनीतिक रंग ले चुका है. वहीं, एक पूर्व कांग्रेस विधायक ने इस मुद्दे पर मिसाल पेश की है. उन्होंने मस्जिदों में लाउडस्पीकर की आवाज को सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) की गाइडलाइन के मुताबिक करने का इंतजाम किया है.
मीरारोड से रहे हैं पूर्व विधायक
मुजफ्फर हुसैन मुंबई के पास मीरारोड से पूर्व विधायक रहे हैं. इसके साथ ही वह महाराष्ट्र कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके हैं. उनका कहना है कि ध्वनि प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने कुछ गाइडलाइन जारी की है.
सुप्रीम कोर्ट ने जारी किए हैं निर्देश
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सुबह 6 से रात 10 बजे तक लाउडस्पीकरों की आवाज 75 डेसिबल और रात 10 से सुबह 6 बजे तक 55 डेसिबल रखने का निर्देश दिया था. ये निर्देश सभी धार्मिक स्थल और कार्यक्रमों पर लगे लाउडस्पीकरों पर लागू होते हैं.
गाइडलाइन का करें पालन
मुजफ्फर हुसैन ने कहा कि सभी को सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन करना चाहिए. इसके लिए उन्होंने अपने इलाके के मस्जिद में ऐसी व्यवस्था की है, जिसकी वजह से यहां की आवाज 75 डेसिबल से अधिक नहीं हो पाती है.
सड़क पर नमाज अच्छा नहीं
मुजफ्फर हुसैन सड़क पर नमाज पड़ने को भी ठीक नहीं मानते हैं. ऐसे में उन्होंने शुक्रवार को जुमे की नमाज को इलाके की जामा मस्जिद में 2 चरणों में शुरू करवा दी है.