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एकनाथ शिंदे 25 विधायकों के साथ गुजरात में, CM का फोन नहीं उठा रहे; राउत ने कहा- कोई भूकंप नहीं आने वाला……

31 महीने के भीतर महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार खतरे में आ गई है। दिग्गज मंत्री एकनाथ शिंदे 14 शिवसेना के और 10 निर्दलीय विधायकों के साथ गुजरात के सूरत में है। सूत्रों के मुताबिक शिंदे मुख्यमंत्री का भी फोन नहीं उठा रहे हैं। महाराष्ट्र में हो रही राजनीतिक उठापटक से दिल्ली में भी हलचल तेज हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर मिलने पहुंचे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मुंबई से दिल्ली के लिए निकल गए हैं। इधर, शिंदे विधायकों के साथ अब से कुछ देर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं।

संजय राउत ने कहा- महाराष्ट्र में कोई भूकंप नहीं आएगा
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र में कोई भूकंप नहीं आएगा। कुछ विधायकों को गुमराह किया गया है, जिससे संपर्क नहीं हो पा रहा। उन्होंने कहा कि सूरत में जो विधायक हैं, उन्हें आने नहीं दिया जा रहा है। राउत ने कहा कि सबकी घेराबंदी कर दी गई है। सभी विधायक आना चाहते हैं और वे हर संघर्ष में शिवसेना के साथ रहे हैं।

सूरत के ली मेरिडियन होटल में रुके हैं सभी विधायक
दैनिक भास्कर को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सभी विधायक सूरत के ली मेरिडियन होटल में रुके हैं। विधायकों को सूरत लाने में भाजपा के दो बड़े दिग्गज नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। विधायकों के साथ 3 मंत्री भी बाड़ेबंदी में शामिल हैं।

शिवसेना के कौन-कौन से विधायक के जाने की खबर
सूत्रों के अनुसार शिंदे समेत शिवसेना के 15 विधायक सूरत के होटल में रुके हैं। इनमें शहाजी बापू पाटील, महेश शिंदे, भरत गोगावले, महेंद्र दळवी, महेश थोरवे, विश्वनाथ भोईर, संजय राठौड, संदीपान भुमरे, उदयसिंह राजपूत, संजय शिरसाठ, रमेश बोरणारे, प्रदीप जैस्वाल, अब्दुल सत्तार और तानाजी सावंत शामिल हैं।
अगर विधायक बागी हुए, तो गिर जाएगी महाराष्ट्र सरकार?
महाराष्ट्र में अगर शिवसेना के 15 विधायक बागी हुए, तो सरकार गिर सकती है। दरअसल, राज्य में उद्धव सरकार के पास 153 विधायकों का समर्थन है। सरकार बनाने के लिए 144 विधायक चाहिए, क्योंकि 1 सीट अभी खाली है। अगर, शिवसेना में फूट होती है, तो कांग्रेस के भी कुछ विधायक पाला बदल सकते हैं।

 

उद्धव से मिले एनसीपी अध्यक्ष, संजय राउत का दिल्ली दौरा रद्द
सियासी उठापटक के बीच एनसीपी महाराष्ट्र के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने उद्धव ठाकरे से मातोश्री में मुलाकात की है। वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत ने दिल्ली दौरा रद्द कर दिया है। राउत आज राष्ट्रपति कैंडिडेट को लेकर शरद पवार के दिल्ली स्थित आवास पर बैठक में शामिल होने वाले थे।

फडणवीस दिल्ली पहुंचे, भाजपा अध्यक्ष बोले- राउत बड़ी वजह
महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बीच नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस दिल्ली पहुंच गए हैं। वहीं भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा- बगावत के पीछे सबसे बड़ी वजह संजय राउत हैं। उनके बयान से पार्टी के कई नेता असहज हैं। हम सरकार बनाने के बारे में अभी नहीं सोच रहे हैं। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने ट्वीट कर लिखा- एकनाथ शिंदे ने सही समय पर सही फैसला लिया है।

राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव के बाद से चल रहे नाराज
एकनाथ शिंदे की गिनती शिवसेना के दिग्गज नेताओं में होती है। जब 2019 में चुनाव का रिजल्ट आया था, तो शिवसेना ने शिंदे को विधायक दल का नेता बनाया था। शिंदे ठाणे इलाके के बड़े नेता माने जाते हैं और बाला साहब ठाकरे के समय से पार्टी से जुड़े हुए हैं। पिछले महीने महाराष्ट्र में राज्यसभा और सोमवार को विधान परिषद के चुनाव में शिवसेना में शिंदे की बात नहीं सुनी गई, जिसके बाद से ही वे नाराज चल रहे थे।

राज्य में 10 विधान परिषद सीटों के लिए सोमवार को रिजल्ट जारी हुआ था, जिसमें 5 सीटों पर भाजपा को जीत मिली थी। वहीं 2-2 सीट पर शिवसेना-एनसीपी और एक सीट पर कांग्रेस को जीत मिली थी। चुनाव में महाविकास अघाड़ी के कई विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी, जिसके बाद से ही सियासी सुगबुगाहट शुरू हो गई थी।

नवंबर 2019 में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने थे उद्धव ठाकरे
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद काफी सियासी ड्रामा हुआ था। इसके बाद नवंबर 2019 में उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने थे। उन्हें एनसीपी और कांग्रेस का समर्थन मिला था। 2003 में उद्धव ठाकरे पहली बार शिवसेना में कार्यकारी अध्यक्ष बने थे। बाला ठाकरे के निधन के बाद उन्होंने 2013 में शिवसेना की कमान संभाली थी।

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