सऊदी अरब में मक्का की महान मस्जिद में तीर्थयात्री एक बार फिर से इस्लाम के सबसे प्रतिष्ठित काबा का नजदीक से दीदार कर सकेंगे. कोविड- 19 महामारी की शुरुआत में काबा के चारों तरफ लगाए गए बैरियर को आखिरकार हटा लिया गया है.
काबा के बैरियर को हटाया गया
बीबीसी न्यूज के अनुसार, कोविड -19 महामारी की शुरुआत मेंकाबा के चारों ओर बैरियर आखिरकार हटा दी गई है. तीर्थयात्री अब काबा को छू और चूम सकते हैं. उमराह हज यात्रा सीजन के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के लिए लगाए गए बैरियर को समय से पहले ही हटा दिया गया है.
मक्का की तीर्थयात्रा है हज
हज मक्का की तीर्थयात्रा है, जिसको मुसलमान को अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार अवश्य करना होता है. इसके लिए साल में एक निर्धारित समय होता है. साल 2022 में हज यात्रा 7 से 12 जुलाई तक चली थी.
कभी भी की जा सकती है उमराह तीर्थयात्रा
हालांकि, उमराह तीर्थयात्रा वर्ष के किसी भी समय की जा सकती है और दुनिया भर से लाखों लोगों को आकर्षित करती है. तीर्थयात्री पवित्र शहर मदीना भी जा सकते हैं. सऊदी अरब ने इस साल की शुरुआत में अपने अधिकांश कड़े कोविड -19 प्रतिबंधों को हटा दिया था.
इस साल 1 लाख लोगों को अनुमति
साल 2020 में, केवल 1,000 लोगों को हज में शामिल होने की अनुमति दी गई थी. इसमें भी केवल सऊदी अरब के लोग ही हिस्सा ले सकते थे. अंतरराष्ट्रीय तीर्थयात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. हालांकि, 2021 में उपस्थिति बढ़कर 60,000 हो गई और इस साल जुलाई में मक्का में पूजा करने वाले एक लाख से अधिक तीर्थयात्री थे.
कोविड से पहले 2.5 मिलियन लोगों ने किया था हज
हालांकि, महामारी से पहले की तुलना में तीर्थयात्रियों की यह संख्या काफी कम है. 2019 में अनुमानित 2.5 मिलियन लोगों ने हज के लिए मक्का की यात्रा की थी.