अगले साल यानी 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनावों की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. विपक्षी दलों की एकजुटता के बीच बीजेपी भी एनडीए की बैठक से शक्ति प्रदर्शन कर रही है. विपक्ष की बैठक में कुल 26 दल शामिल हुए हैं, वहीं बीजेपी ने 38 दलों के बैठक में आने का दावा किया है. इन बैठकों के बीच इस बात को लेकर बहस तेज हो गई है कि आखिर लोकसभा और राज्यसभा में किसकी ताकत कितनी ज्यादा है. आइए आंकड़ों से जानते हैं कि बीजेपी और एनडीए सीटों के मामले में कितनी मजबूत हैं, वहीं विपक्षी दलों का क्या हाल है.
लोकसभा में एनडीए की ताकत
सबसे पहले लोकसभा में मौजूद सांसदों की बात करते हैं. बीजेपी को 2019 लोकसभा चुनाव में कुल 301 सीटें मिली थीं. वहीं उसके सहयोगी दलों को मिलाकर एनडीए की संख्या 333 है.
भारतीय जनता पार्टी- 301
शिवसेना- 12
लोक जन शक्ति पार्टी- 6
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- 3
निर्दलीय- 2
अपना दल (सोनीलाल)- 2
आजसू पार्टी- 1
अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम- 1
मिजो नेशनल फ्रंट- 1
नागा पीपुल्स फ्रंट- 1
नेशनल पीपुल्स पार्टी- 1
नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी- 1
सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा- 1
कुल- 333
लोकसभा में विपक्षी दलों की ताकत
अब लोकसभा में विपक्षी दलों की ताकत को आंकड़ों के हिसाब से देखें तो ये संख्या काफी कम नजर आती है. फिलहाल सबसे बड़ा विपक्षी दल कांग्रेस है, जिसके कुल 50 सांसद हैं. इसके अलावा कुछ ही दल ऐसे हैं, जिनके 10 से ज्यादा लोकसभा सांसद हैं.
कांग्रेस- 50
डीएमके- 24
तृणमूस कांग्रेस- 23
जेडीयू- 16
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग- 3
जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस- 3
समाजवादी पार्टी- 3
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी- 3
आम आदमी पार्टी- 1
झारखण्ड मुक्ति मोर्चा- 1
केरल कांग्रेस (एम)- 1
रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी- 1
विदुथलाई चिरुथिगल काची- 1
शिवसेना- 7
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- 3
कुल- 142
लोकसभा में अन्य दल
अब ऐसे दलों की बात करें जो विपक्षी और एनडीए में शामिल नहीं हैं तो इन दलों के कुल लोकसभा सांसदों की संख्या 64 है. जिसमें सबसे ज्यादा सांसद वाईएसआर कांग्रेस और बीजू जनता दल के हैं.
वाईएसआर कांग्रेस- 22
बीजू जनता दल- 12
बहुजन समाज पार्टी- 9
तेलंगाना राष्ट्र समिति- 9
तेलुगु देशम पार्टी- 3
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन- 2
शिरोमणि अकाली दल- 2
ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट-1
जनता दल (सेक्युलर)- 1
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी- 1
शिरोमणि अकाली दल (सिमरनजीत सिंह मान)- 1
निर्दलीय- 1
कुल- 64
राज्यसभा में एनडीए की ताकत
अब लोकसभा के बाद राज्यसभा में तमाम दलों और पक्ष-विपक्ष की ताकत को देख लेते हैं. हालांकि राज्यसभा की सीटों में ज्यादा अंतर नहीं है. एनडीए और विपक्षी दलों के बीच महज कुछ ही सीटों का अंतर है. सबसे पहले एनडीए की राज्यसभा सीटों को देखते हैं.
भारतीय जनता पार्टी- 92
मनोनीत- 5
एआईएडीएमके- 4
असम गण परिषद- 1
मिजो नेशनल फ्रंट- 1
नेशनल पीपुल्स पार्टी- 1
पट्टाली मक्कल काची- 1
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले)- 1
सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट- 1
तमिल मनीला कांग्रेस (मूपनार)- 1
यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी (लिबरल)- 1
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- 1
निर्दलीय एवं अन्य- 1
कुल- 111
राज्यसभा में विपक्षी ताकत
राज्यसभा में विपक्ष का प्रतिनिधित्व बीजेपी को टक्कर देने वाला नजर आता है. यहां भी कांग्रेस सबसे बड़े दल के तौर पर है. उसके अलावा तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के सबसे ज्यादा राज्यसभा सांसद हैं.
कांग्रेस- 31
तृणमूल कांग्रेस- 12
आम आदमी पार्टी- 10
डीएमके- 10
राजद- 6
सीपीआई (एम)- 5
जेडीयू- 5
एनसीपी- 3
निर्दलीय एवं अन्य- 2
समाजवादी पार्टी- 3
शिवसेना- 3
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी- 2
झारखंड मुक्ति मोर्चा- 2
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग- 1
केरल कांग्रेस (एम)- 1
मरुमलारची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम- 1
राष्ट्रीय लोकदल- 1
कुल- 98
राज्यसभा में अन्य दल
राज्यसभा में अन्य दलों के प्रतिनिधित्व की बात करें तो इन दलों की कुल 28 सीटे हैं. जिसमें नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल के सबसे ज्यादा सांसद हैं.
बीजू जनता दल- 9
वाईएसआर कांग्रेस- 9
भारत राष्ट्र समिति- 7
बहुजन समाज पार्टी- 1
जनता दल (सेक्युलर)- 1
तेलुगु देशम पार्टी- 1
कुल- 28