देश में कोरोना की तीसरी लहर कभी भी दस्तक दे सकती है। इसके बाद भी टूरिस्ट स्पॉट पर भीड़भाड़ जारी है। हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर सहित कई टूरिस्ट स्टेट में बड़ी तादाद में ट्रैवलर्स पहुंच रहे हैं। कोरोना नियमों में ढील मिलने के बाद इस साल जुलाई तक हिमाचल में करीब 5 लाख टूरिस्ट देशभर से पहुंचे। समर (मार्च-जून) में टूरिस्ट सबसे ज्यादा आते हैं। होटल इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के मुताबिक जुलाई में हर साल होटल की बुकिंग 25 से 30 फीसदी ही रहती है, लेकिन इस साल यह 70 से 100 फीसदी तक रही।
देशभर से हिमाचल घूमने पहुंचे टैवलर्स का असर अब यहां दिखना शुरू हो गया है। हिमाचल प्रदेश में पिछले 13 दिन के अंदर एक्टिव केस दोगुने हो गए हैं। 28 जुलाई को यहां 953 एक्टिव केस थे, जो 9 अगस्त तक बढ़कर 2,086 हो गए। यहां अब तक संक्रमण के 2 लाख से ज्यादा मामले आ चुके हैं और 3,500 से ज्यादा लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है।
CM जयराम ठाकुर ने जताई चिंता
13 दिन में एक्टिव केस दोगुने होने पर राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी चिंतित हो गए हैं। उन्होंने सोमवार को कहा कि हिमाचल में संक्रमण के मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो रही है। इस मसले पर कैबिनेट बैठक में चर्चा की जाएगी। हमें नहीं पता कि आने वाले दिनों में स्थिति कैसी होने वाली है।
प्रधानमंत्री ने कहा था- तीसरी लहर अपने आप नहीं आएगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 जुलाई को पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की थी। इसमें असम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, मेघालय, सिक्किम, त्रिपुरा और नगालैंड के मुख्यमंत्री शामिल हुए। इस दौरान मोदी ने तीसरी लहर पर चिंता जताई।
उन्होंने कहा था कि हिल स्टेशन, मार्केट में बिना मास्क और प्रोटोकॉल को नजरअंदाज कर भारी भीड़ का उमड़ना ठीक नहीं है। यह हमारे लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा था कि कुछ लोग सीना तानकर बोलते हैं कि तीसरी लहर आने से पहले एन्जॉय करना चाहते हैं। लोगों को समझना होगा कि तीसरी लहर अपने आप नहीं आएगी।