कोरोनाकाल में गरीब और मजदूरों की मदद कर दुनियाभर में चर्चित हुए अभिनेता सोनू सूद विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। आयकर विभाग ने उनके मुंबई, लखनऊ, कानपुर, जयपुर, दिल्ली और गुरुग्राम सहित 28 ठिकानों पर 3 दिन की रेड के बाद 20 करोड़ की टैक्स चोरी का दावा किया है। इस छापेमारी के बाद एक्टर या उनकी PR टीम की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है।
IT का दावा है,’जांच में सामने आया है कि सोनू सूद ने विदेशी डोनर्स से 2.1 करोड़ का नॉन-प्रॉफिट फंडिंग जुटाई, जो इस तरह के लेनदेन को नियंत्रित करने वाले कानून का उल्लंघन है।
लखनऊ की एक कंपनी के 11 लॉकर मिले
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने उनके चैरिटी ट्रस्ट पर विदेशी चंदा अधिनियम एक्ट के नियमों के उल्लंघन का भी आरोप लगाया है। इनकम टैक्स के इस खुलासे के बाद आने वाले समय में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की भी इस केस में एंट्री हो सकती है।
आयकर विभाग ने बताया है कि लखनऊ की एक इंफ्रा कंपनी पर छापा मारा गया। इस कंपनी में मुंबई बेस्ड एक्टर की साझेदारी है और इस कंपनी ने बड़े पैमाने पर आयकर चोरी की है। कंपनी के दिल्ली जयपुर लखनऊ और गुरुग्राम स्थित ठिकानों पर छापेमारी की गई और छापेमारी के दौरान 1 करोड़ 8 लाख की नगदी बरामद हुई है। 11 लॉकर्स का भी पता चला है। आयकर विभाग को इस कंपनी के 175 करोड़ रुपए के लेन-देन पर भी संदेह है। इस मामले की जांच जारी है।
सूद के ठिकानों से कई दस्तावेज मिले
IT विभाग का दावा है कि सोनू सूद अपनी आय को लेकर जो जानकारी आयकर विभाग को दे रहे हैं, वह संदेह के दायरे में है। आयकर विभाग को सोनू सूद के ठिकानों पर ऐसे दस्तावेज मिले, जिनसे पता चलता था कि उन्होंने बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की है।
शेल कंपनियों के जरिए पैसे घुमाने की कोशिश
सूत्रों के मुताबिक, सोनू सूद को फिल्म जगत से जो पैसा मिलता था, उसमें से काफी पैसा उन्होंने अपनी आय ना दिखाकर कई फर्जी कंपनियों के जरिए अनसिक्योर्ड लोन दिखाया हुआ है। इन शैल कंपनियों के कर्ता-धर्ताओं से पूछताछ की गई तो उन्होंने शपथ पत्र के जरिए स्वीकार किया कि उन्होंने सोनू सूद को बोगस एंट्री दी थी। आयकर विभाग के दावे के मुताबिक अब तक 20 करोड़ रुपए से ज्यादा की आयकर चोरी का पता चला है।
ट्रस्ट के नाम पर जमा किए 18.94 करोड़
जांच में यह भी सामने आया है कि सोनू सूद ने चैरिटी ट्रस्ट 2 जुलाई 2020 को बनाया था और इस ट्रस्ट में 18 करोड़ 94 लाख रुपए आए। इसमें से 1 करोड़ 90 लाख रुपए धार्मिक कामों में खर्च किए गए। जबकि 17 करोड़ रुपए अभी भी इस ट्रस्ट के खाते में हैं। आयकर विभाग के मुताबिक, इस खाते के दस्तावेजों की जांच के दौरान पाया गया कि सोनू सूद के चैरिटी ट्रस्ट को विदेशों से भी 2 करोड़ 1 लाख रु. चंदा मिला था।
इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में मिल सकते हैं और सबूत
आयकर विभाग के मुताबिक छापे के दौरान जो दस्तावेज तथा अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद हुए हैं, उनकी जांच जारी है। अगर इनमें कुछ और सबूत मिलते हैं तो अभिनेता का मुश्किलों में घिरना तय है।
AAP के एक प्रोजेक्ट में ब्रांड एंबेसडर हैं सोनू
बता दें कि सोनू सूद को हाल ही में स्कूली बच्चों के लिए दिल्ली सरकार के अभियान के लिए ब्रांड एंबेसडर के रूप में चुना गया है। सोशल मीडिया में सवाल उठाया जा रहा है कि क्या यह रेड ‘AAP’ के साथ करीबी का ही परिणाम है? बता दें कि सोनू सूद हमेशा से राजनीति में जाने की बात को मना करते रहे हैं। हालांकि, आम आदमी पार्टी के नेताओं की बैठक के बाद चर्चा थी कि सोनू सूद राजनीति में प्रवेश करेंगे।
लॉकडाउन में खूब बटोरी थीं सुर्खियां
48 वर्षीय सोनू सूद कोरोना संक्रमण के बाद लगे लॉकडाउन के दौरान काफी सुर्खियों में आए थे। उन्होने लॉकडाउन में फंसे और मुंबई में रह रहे कई प्रवासियों को उनके घर पहुंचाने में मदद की थी। इतना ही नहीं उन्होंने कई लोगों के रहने और खाने के साथ काम का भी इंतजाम किया था। लॉकडाउन के दौरान उनके कामों की सोशल मीडिया में खूब सराहना हुई थी। सोनू सूद के पॉलिटिक्स में आने पर भी खूब चर्चा हुई थी। हालांकि, हर बार उन्होंने कहा कि वे राजनीति में नहीं आ रहे हैं।