राज्य में मानसून की वर्तमान सीजन में 24.64 इंच के साथ मौसम की लगभग 74.51 फीसदी बारिश दर्ज की गई है। गुजरात में अभी भी 20 फीसदी बरसात की कमी जताई जा रही है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार 21 सितंबर तक अनेक जिलों में भारी बरसात हो सकती है। वर्तमान चेतावनी के अनुसार आईएमडी ने शनिवार को यलो ऑरेंग्ज घोषित किया था, जबकि रविवार से मंगलवार तक ऑरेंग्ज अलर्ट घोषित किया गया है।
पिछले 24 घंटे में राज्य के 101 तहसीलों में मानसून मेहरबान रहा। जिसमें दाहोद, सुरेंद्रनगर, खेडा, अरवल्ली, अहमदाबाद, साबरकांठा जिले में सार्वत्रिक बारिश दर्ज की गई है। रविवार की सुबह 6 बजे से लेकर 8 बजे तक की स्थिति में 6 तहसीलों में भारी बरसात दर्ज की गई। जिसमें नवसारी, वलसाड और पाटण जिले में भारी बरसात हुई है। वहीं अहमदाबाद शहर सहित सरखेज, सनाथल, शांतिपूरा और बाकरोल में बरसात हुई है।
21 सितंबर तक भारी बरसात की चेतावनी
भारत के मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार मध्य प्रदेश में शुक्रवार को भारी बरसात हुई, जो शनिवार और रविवार को भी यथावत जारी रही। मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान और गुजरात में 18 से 21 सितंबर तक भारी बरसात हो सकती है। इसमें भी गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में छिट-पूट बारिश के साथ अनेक विस्तारों में भारी बरसात होने की संभावना है।
21 सितंबर तक राज्य के इन जिलों में होगी बरसात
राज्य में 21 सितंबर तक पंचमहाल, महिसागर, भरूच, राजकोट, अमरेली, जूनागढ़, गिर-सोमनाथ, सारबकांठा, अरवल्ली, आणंद, भावनगर, सूरत, वडोदरा, नर्मदा, नवसारी और तापी जिले में भारी से अतिभारी बरसात हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार इस सप्ताह बंगाल की खाड़ी में उपजे लो प्रेशर, डिप डिप्रेशन में तब्दील होने के बाद अब फिर से लो प्रेशर में बदल गया है जो मध्य प्रदेश पर है और आगामी समय के बाद मध्य गुजरात पर रहेगा तथा 48 घंटे में कमजोर होगा। जिसके कारण मध्य प्रदेश तथा इसके आसपास के राज्यों गुजरात और राजस्थान में बारिश की संभावना बन रही है। 5 दिन पहले भारी बरसात के कारण राज्य के अनेक जिले अभी भी प्रभावित है, जिसमें भी सौराष्ट्र के राजकोट व जामनगर सहित अन्य जिलों में भारी बरसात के कारण बाढ़ की स्थिति है।