सोमवार को गुजरात विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हुआ। 14 दिन पहले बनी भूपेंद्र पटेल सरकार और उनके मंत्रियों के लिए यह पहला सत्र है। विपक्ष कांग्रेस ने कोरोना को लेकर विधानसभा में भारी हंगामा किया। कांग्रेस ने मंदी, महंगाई, बेरोजगारी, अत्याचार, भ्रष्टाचार को लेकर पहले ही आक्रामक योजना बनाई थी। कांग्रेस ने पहले ही दिन कोरोना के मृतकों को न्याय दो-न्याय दो के नारे लगाते हुए विधानसभा से बहिर्गमन किया।
प्रश्नकाल के दौरान एमडी ड्रग्स के मुद्दे पर विपक्ष के हमले का गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने डटकर सामना किया। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल आपस में बातचीत में व्यस्त थे। विजय रूपाणी और नितिन पटेल के चुप बैठे रहने से नए मंत्रियों में भारी रोष दिखाई दिया। कांग्रेस विधायक नौशाद सोलंकी के हिन्दी में अपनी राय देने पर पूर्व उपमुख्यमंत्री ने इसे अन्य विधायकों का अपमान बताया और उनकी बातों को रिकॉर्ड से हटाने की मांग की।
राजनीतिक स्टंट कर रही है कांग्रेस: स्वास्थ्य मंत्री
कांग्रेस के विधानसभा से बहिर्गमन के बाद स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि कांग्रेस राजनीतिक स्टंट कर रही है। नाटक कर रही है। विधानसभा में कोरोना के नाम पर राजनीतिक प्रदर्शन कर रही है। सरकार मृतक के परिवार को 50,000 रुपये की सहायता देने जा रही है। बीजेपी की सरकार गुजरात के साथ है। राज्य सरकार ने अतिवृष्टि में नई रकम का उपयोग करते हुए एक पैकेज की घोषणा की है।
राज्य में कोरोना से 10 हजार 82 लोगों की मौत हो चुकी है। सदन के सभी नेताओं को एकजुट होना चाहिए। विधानसभा सत्र की शुरुआत में कांग्रेस के दो विधायकों ग्यासुदीन शेख और इमरान खेड़ावाला ने कोविड के मृतक परिवार को चार लाख रुपये की सहायता की मांग करते हुए बैनर और डॉक्टर का एप्रेन पहनकर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस के संभावित विरोध को देखते हुए विधानसभा के अंदर और बाहर पुलिस का कड़ा घेरा बनाया गया था।
दो दिवसीय सत्र में 4 विधेयक पेश किए जाएंगे
सत्र में गुजरात निजी यूनिवर्सिटी (संशोधन) विधेयक, 2021 और जीएसटी संशोधन विधेयक-, भारत की भागीदारी (गुजरात संशोधन) विधेयक, 2021 और कौशल्य द स्किल यूनिवर्सिटी समेत 4 विधेयक लाए जाएंगे। सूरत के ग्रांटेड कॉलेजों को निजी यूनिवर्सिटी में शामिल करने का विधेयक भी है।
पाटिल ने दर्शक दीर्घा से नए मंत्रिमंंडल की कार्यवाही देखी
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने सत्र शुरू होने से पहले ही नए मंत्रियों और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को आने वाली चुनौतियों को लेकर मार्गदर्शन किया था। भाजपा के दंडक कार्यालय में पाटिल की अध्यक्षता में भाजपा विधायकों की बैठक हुई। पाटिल ने विपक्ष के सवालों का मजबूती से जवाब देना सिखाया था। सत्र शुरू होने के बाद सीआर पाटिल ने दर्शक दीर्घा से नई कैबिनेट की कार्यवाही देखी। पाटिल के साथ 4 महामंत्री भी मौजूद थे। प्रतिपक्ष नेता परेश धनाणी ने ड्रग्स को लेकर सवाल उठाया तो भाजपा को वरिष्ठ नेताओं की कमी खली।