अपने ग्रुप NH 48 के मृत्युंजय दूत, ईद्रीस भाई, अपनी एम्बुलेंस में आए दिन पेशेंट को अस्पताल में भर्ती करवाने गुजरात आते – जाते हैं।
लेकिन हर बार कि तरह ,मिलों ट्रैफिक जाम लगा रहता है, आज खुद पैदल चलकर ,ईस टोल नाके पर वजन कांटा ओफिस के पास पहुंचे तो, पुरा रोड खाली देखकर , जो जानकारी सामने आई है वह काफी शर्मनाक है,
गाड़ीयां ,वजन कांटे पर चढ़ाने से पहले ही , ओवरलोड के जुर्माने का मोलभाव होता है, वाहन चालक अगर घूस कि तय रकम देने में अ-सक्षम है तो, उसका वाहन ओवरलोड दिखाकर जप्त कर आगे कि कार्रवाई के साथ जमा कर दिया जाता है, लेकिन जो चालक सौदा करने में सफल हो जाए तो वाहन कांटे पर अंडर लोड कि रसीद के साथ छोड दिया जाता है।
ऐसे सौदेबाजी में , काफी समय बर्बाद तो होता हि है, साथ ही सकारी पैसा हड़पने के लिए जनता को परेशानी उठानी पड़ती है ।
लोगों का समय बचाने के लिए जो इंतजाम शासन के करोंड़ों रूपये ख़र्च कर बनाया गया टोलनाका हि मुसीबतों का कारण बन गया है।
सदभाव ईन्फ्रा, ईस गुजरात कि कंपनी को BOT एग्रीमेंट के तहत महाराष्ट्र बोर्डर चेकपोस्ट दापचरी कि सुरुआत हुई थी। लेकिन 2022 जनवरी 1तारीख से , अब यह अदानी कं के अधीन है एसा सुनने मे आ रहा है।
मां.खासदार श्री राजेन्द्र गावीत साहब ने, औचक दौरा करते हुए , दापचरी मे जो ये सब नाजायज धंधा चल रहा है , ईसकि जांच करवाकर जल्द हि ,ओवरलोड गाडीयो को कार्रवाई करते हुए सभी चोर रास्ते भी बंद करने का ऐलान किया था।
लेकिन दो दिन पहले हि अंदर से चोर रास्ते पर जाने वाले वाहनो को रोकने से , दबंगों द्वारा पुलिसकर्मि के साथ हाथापाई की गई ,जिसे एक स्थानीय अखबार ने लिखा है।
सवाल बहोत गंभीर है….
खासदार जी, पुलिस प्रशासन , टोल कर्मी, अदानी कं. पैसे और भ्रष्टाचार के सामने सब हतबल हैं।
महाराष्ट्र के जितने भी RTO बोर्डर चेकपोस्ट है, वह बंद होंगे ऐसी खबर भी आईं है।
ईस सब भ्रष्ट्राचार पर लगाम कब और कौन लगाएगा यह बड़ा सवाल है…???