महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की तरफ से लाउडस्पीकर बंद करने को लेकर जिस तरह की लगातार धमकी दी जा रही है, उसके बाद शिवसेना ने उस पर करारा हमला बोला है. शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि हिन्दुत्व शिवसेना के खून में है, हमें कोई हिन्दुत्व न सिखाए. उन्होंने एमएनएस चीफ राज ठाकरे को आड़े हाथों लेते हुए उन्हें बीजेपी का लाउडस्पीकर करार दिया. संजय राउत ने कहा कि ये जो लाउड स्पीकर बज रहा है आजकल (राज ठाकरे) ये भाजपा का ही भोंपू है ये सबको पता है. ईडी की कार्यवाही से अभय मिले इसलिए ये आजकल बीजेपी की भाषा बोल रहे है.
संजय राउत का राज ठाकरे पर बड़ा हमला
शिवसेना नेता ने आगे कहा कि बीजेपी जब खुद सामना नही कर पाई तो राज ठाकरे के रूप में लाउड स्पीकर को आगे कर दिया है. उन्होंने आगे कहा कि ईडी की कार्रवाई से छूट मिलने के बाद राज ठाकरे का भोंगा शुरू हो गया. उन्होंने किरीट सौमैया पर दिए अपने बयान को बिल्कुल जायज ठहराया. राउत ने कहा कि किरीट सोमैया जैसे व्यक्ति के बारे में गाली गलौच की भाषा बोलकर मैंने कुछ गलत नही किया. यही किरीट सोमैया कोर्ट गए थे कि महाराष्ट्र की दुकानों पर मराठी भाषा का बोर्ड न हो. उन्होंने कहा कि ये किरीट सोमैया मराठी भाषा का हितैषी नहीं है. इसी किरीट सोमैया ने मुम्बई को महाराष्ट्र से अलग करने की राजनीति रची.
क्या है पूरा विवाद?
दरअसल, राज ठाकरे ने मंगलवार को समान नागरिक संहिता की वकालत की और जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने महाराष्ट्र की एक रैली में अपनी यह मांग भी दोहराई कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाए जाने चाहिए. राज ठाकरे ने इसके लिए महाराष्ट्र सरकार को तीन मई से पहले कार्रवाई करने का अल्टीमेटम दिया.
एमएनएस चीफ ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस देश में समान नागरिक संहिता लागू करनी चाहिए.’ उन्होंने कहा कि जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए एक कानून लाया जाना चाहिए. ठाकरे ने धमकी दी कि अगर शिवसेना के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने तीन मई से पहले मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाए तो मनसे कार्यकर्ता मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा बजाएंगे. उन्होंने कहा कि यह धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक मुद्दा है क्योंकि लाउडस्पीकर से सभी को परेशानी होती है.