समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता आजम खान (Azam Khan) को गुरुवार को सीतापुर (Sitapur) जेल से लखनऊ (Lucknow) लाया गया. जल निगम भर्ती घोटाला (Jal Nigam Recruitment Scam) मामले में सुनवाई के लिए सपा नेता को लखनऊ की एक अदालत में लाया गया है. आरोप है कि 335 क्लर्क, 32 आशुलिपिक समेत 1342 पदों पर भर्ती में गड़बड़ी की गई थी. इस मामले में आजम खान समेत कई और लोग आरोपी हैं. मार्च 2017 में यूपी में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार आने के बाद इन भर्तियों में जांच के आदेश दिए गए थे.
जल निगम भर्ती घोटाले में आरोप है कि आजम खान जब जल निगम बोर्ड के अध्यक्ष थे, तब कथित तौर पर यह घोटाला हुआ था. चेयरमैन होने की वजह से आजम खान को इस मामले में आरोपी बनाया गया था. इस मामले में पेशी के लिए उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच आजम खान की पेशी के लि भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ लाया गया है. आजम खान को इस मामले में लखनऊ की सीबीआई कोर्ट में पेश किया जाएगा.
122 अभियंता हुए थे बर्खास्त
उन्हें पेशी के लिए सिटी सीओ पीयूष कुमार सिंह आजम खान को लेने सीतापुर जेल पहुंचे थे. इस दौरान जेल के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. माना जा रहा है कि इस केस में भी आजम खान की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि अगर घोटाले में 122 अभियंताओं को बर्खास्त किया गया था. तो ऐसे में साक्ष्य मिले होंगे तभी कार्रवाई हुई होगी और उसके बाद ही उनकी बर्खास्तगी हुई होगी.
जब इन अभियंताओं की बहाली हुई थी तब आजम खान जल निगम में चेयरमैन थे. घोटाला सामने आने के बाद से ही एसआईटी इस मामले में साक्ष्य जुटा रही थी. हालांकि आगे की कार्रवाई एसआईटी द्वारा कोर्ट में रखे गए साक्ष्यों के आधार पर ही निर्भर करेगी. बता दें कि सपा विधायक आजम खान 28 महीनों से सीतापुर जेल में बंद हैं.